थाईलैंड की यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकॉक का सबसे पुराने वाट फो मंदिर (Wat Pho Temple) के दर्शन किए। जिसे लेटे हुए बुद्ध (Reclining Buddha) के मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। आपको बता दें, ऐसा अनुमान है कि बैंकॉक में 400 से अधिक बौद्ध मंदिर (वाट) स्थित हैं और थाईलैंड में ही 40,000 से अधिक बौद्ध मंदिर हैं, जिनमें छोटे स्थानीय मंदिरों से लेकर भव्य मंदिर शामिल हैं। वहीं इन सब में 'वाट फो मंदिर' सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है, जिसके देखने के लिए दूर- दूर से टूरिस्ट्स आते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में (photo credit:ANI@X)
वाट फो मंदिर, जिसे लेटे हुए बुद्ध के मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, बैंकॉक के फ्रा नाखोन जिले में, ग्रैंड पैलेस के ठीक दक्षिण में रतनकोसिन आइलैंड (Rattanakosin Island) पर स्थित है। मंदिर का आधिकारिक नाम " Wat Phra Chetuphon Wimon Mangkhalaram Rajwaramahawihan"है।
वाट फो थाईलैंड के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है। बता दें, मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में शुरू किया गया था। हालांकि मंदिर के संस्थापक और निर्माण की सटीक तारीख के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। लेकिन इस बात का प्रमाण है कि इसे 'अयुत्या काल' में कभी बनाया गया था, लेकिन कहा जाता है कि राजा फ़ेट्राचा (1688-1703) के शासनकाल के दौरान इसका निर्माण या विस्तार किया गया था।
वाट फो बैंकाक के सबसे बड़े और सबसे पुराने वाटों में से एक है, जो 80,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र को कवर करता है। यहां आपको एक हजार से अधिक बुद्ध मूर्तियां देखने को मिलेगी। साथ ही 46 मीटर (151 फीट) लंबाई में सबसे बड़ी बुद्ध मूर्ति भी देख सकते हैं, जिस पर सोने की परत चढ़ी हुई है।
वाट फो मंदिर में आकर आपको काफी शांति मिलेगी। मंदिर के अंदर एक बहुत बड़ा मैदान है, जहां आप टहल सकते हैं। बता दें, यहां अलग-अलग आकार के 100 से ज्यादा सुंदर नक्काशी वाले स्तूप भी है, जिन्हें देखा जा सकता है। यही नहीं, यहां पर एक छोटा संग्रहालय भी है।
वाट फो मंदिर प्रतिदिन सुबह 8 बजे से शाम 6:30 बजे तक खुला रहता है। मंदिर में एंट्री मुफ्त नहीं है, इसके लिए आपको लगभग 100 बाथ यानी 250 रुपए तक देने होंगे। इसी के साथ मंदिर में एंट्री लेने के लिए खास ड्रेस कोड भी फॉलो करना होगा।