Black Box In Aeroplane: अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान के क्रैश होने की घटना ने लोगों के होश उड़ा दिए हैं। एयरपोर्ट से टेकऑफ के चंद सेकेंड बाद बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर एक रिहायशी इलाके में गिर गया और आग की लपटों ने कुछ ही पल में सबकुथ स्वाहा कर दिया। इस हादसे में जान-माल को कितना नुकसान पहुंचा, वो अब तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन इनमें 242 लोग सवार थे, जिन्हें लंदन जाना था। अब ब्लैक बॉक्स मिलने के बाद ही हादसे के पीछे की वजह की जानकारी मिल पाएगी।
दरअसलस, जिस तरह सड़कों पर हादसे होते हैं, उसी प्रकार हवाई मार्गो में अक्सर हादसे होते हैं और इसके बाद जिस एक बात की सबसे ज्यादा चर्चा होती है, वो है ब्लैक बॉक्स। आपने अब तक ब्लैक बॉक्स के बारे में तो खूब सुना होगा, लेकिन क्या आपको इसके काम और जरूरतों के बारे में पता है? हवाई जहाज में ब्लैक बॉक्स एक ऐसा उपकरण है, जिसके बारे में बहुत से लोग उत्सुक रहते हैं। आइए, आज हम आपको हवाई जहाज में ब्लैक बॉक्स की जरूरतों के साथ ही ब्लैक बॉक्स के बारे में भी विस्तार से बताते हैं।
ब्लैक बॉक्स क्या है?
ब्लैक बॉक्स एक मजबूत, गर्मी और दबाव रोधी उपकरण है, जो हवाई जहाज में लगाया जाता है। इसका काम उड़ान के दौरान होने वाली सभी गतिविधियों को रिकॉर्ड करना है। आप ऐसे समझें कि यह एक तरह से हवाई जहाज में लगी डिजिटल डायरी है, जिसमें काफी सारी जानकारियां संग्रहित होती है और हादसे के बाद ब्लैक बॉक्स मिलने पर हादसों के बारे में सटीक जानकारियां मिलती हैं?
ब्लैक बॉक्स नाम क्यों पड़ा?
अक्सर लोगों को ब्लैक बॉक्स नाम सुनने के बाद लगता होगा कि यह काले रंग का है, लेकिन यह असल में ब्लैक कलर का नहीं होता है। यह चमकीले ऑरेंज कलर का होता है, जिससे कि एयरप्लेन क्रैश के बाद इसे आसानी से ढूंढ़ा जा सके। चूंकि, यह काफी मजबूत होता है और किसी भी तरह की दुर्घटना में भी यह खराब नहीं होता है, इसलिए इसे ब्लैक बॉक्स कहा जाता है।

ब्लैक बॉक्स के क्या काम?
ब्लैक बॉक्स में दो अहम हिस्से होते हैं। इसमें फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) लगा होता है, जो उड़ान के दौरान होने वाली सभी तकनीकी जानकारी, जैसे कि स्पीड, हाइट, डायरेक्शम और फ्यूल लेवल समेत अन्य जानकारियों को रिकॉर्ड करता है। इसमें कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR) भी लगा होता है, जो कि पायलट और को-पायलट के बीच होने वाली बातचीत को रिकॉर्ड करता है।
ब्लैक बॉक्स क्यों जरूरी है?
ब्लैक बॉक्स ऐरोप्लेन की सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है। इसकी मदद से दुर्घटना की जांच करने में आसानी होती है। ब्लैक बॉक्स में रिकॉर्ड की गई जानकारी से जांचकर्ता यह पता लगा सकते हैं कि दुर्घटना क्यों हुई और भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को कैसे रोका जा सकता है।
ब्लैक बॉक्स कैसे काम करता है?
दरअसल, ब्लैक बॉक्स में एक मेमरी चिप लगी होती है, जिसमें सभी डेटा को स्टोर किया जाता है। यह डेटा लगातार रिकॉर्ड होता रहता है और एक निश्चित समय के बाद पुराने डेटा को नए डेटा से ओवरराइट कर दिया जाता है। ब्लैक बॉक्स हवाई जहाज की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है। यह दुर्घटना की जांच में बहुत मदद करता है और भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने में अहम भूमिका निभाता है।
दरअसलस, जिस तरह सड़कों पर हादसे होते हैं, उसी प्रकार हवाई मार्गो में अक्सर हादसे होते हैं और इसके बाद जिस एक बात की सबसे ज्यादा चर्चा होती है, वो है ब्लैक बॉक्स। आपने अब तक ब्लैक बॉक्स के बारे में तो खूब सुना होगा, लेकिन क्या आपको इसके काम और जरूरतों के बारे में पता है? हवाई जहाज में ब्लैक बॉक्स एक ऐसा उपकरण है, जिसके बारे में बहुत से लोग उत्सुक रहते हैं। आइए, आज हम आपको हवाई जहाज में ब्लैक बॉक्स की जरूरतों के साथ ही ब्लैक बॉक्स के बारे में भी विस्तार से बताते हैं।
ब्लैक बॉक्स क्या है?
ब्लैक बॉक्स एक मजबूत, गर्मी और दबाव रोधी उपकरण है, जो हवाई जहाज में लगाया जाता है। इसका काम उड़ान के दौरान होने वाली सभी गतिविधियों को रिकॉर्ड करना है। आप ऐसे समझें कि यह एक तरह से हवाई जहाज में लगी डिजिटल डायरी है, जिसमें काफी सारी जानकारियां संग्रहित होती है और हादसे के बाद ब्लैक बॉक्स मिलने पर हादसों के बारे में सटीक जानकारियां मिलती हैं?ब्लैक बॉक्स नाम क्यों पड़ा?
अक्सर लोगों को ब्लैक बॉक्स नाम सुनने के बाद लगता होगा कि यह काले रंग का है, लेकिन यह असल में ब्लैक कलर का नहीं होता है। यह चमकीले ऑरेंज कलर का होता है, जिससे कि एयरप्लेन क्रैश के बाद इसे आसानी से ढूंढ़ा जा सके। चूंकि, यह काफी मजबूत होता है और किसी भी तरह की दुर्घटना में भी यह खराब नहीं होता है, इसलिए इसे ब्लैक बॉक्स कहा जाता है।