हर साल 8 जून को दुनियाभर में ब्रेन ट्यूमर दिवस मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य लोगों को ब्रेन ट्यूमर की स्थिति के बारे में जागरूक करना, इसके संभावित लक्षणों को पहचानने और शीघ्र निदान को सपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
ब्रेन ट्यूमर की ओर ध्यान आकर्षित करने और उनके बारे में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर देने के लिए 8 जून 2000 को जर्मन ब्रेन ट्यूमर एसोसिएशन द्वारा विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस की शुरूआत की गई थी।
John Hopkins Medicine की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में ब्रेन और नर्वस सिस्टम ट्यूमर 100,000 में से लगभग 30 वयस्कों को प्रभावित करते हैं। हालांकि आप 5 आसान तरीकों से ब्रेन ट्यूमर से अपना बचाव कर सकते हैं। आइए जानते हैं ब्रेन ट्यूमर क्या होता है और इससे अपना बचाव कैसे कर सकते हैं। (Photos- Freepik)
ब्रेन ट्यूमर क्या होता है?

ब्रेन ट्यूमर आपके ब्रेन में या उसके आस-पास सेल्स की असामान्य वृद्धि है। ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क के ऊतकों में हो सकता है या ब्रेन टिशू के पास भी हो सकता है। करीब 120 से अधिक विभिन्न प्रकार के ट्यूमर हैं जो मस्तिष्क में विकसित हो सकते हैं। ब्रेन ट्यूमर घातक (कैंसरयुक्त) या सौम्य (गैर-कैंसरयुक्त) हो सकते हैं। कुछ ट्यूमर तेजी से बढ़ते हैं,जबकि अन्य धीमी गति से बढ़ते हैं।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण

1-सिरदर्द जो सुबह अधिक गंभीर हो सकता है या रात में आपको जगा सकता है
2- दौरे
3- सोचने,बोलने या भाषा समझने में कठिनाई
4- पर्सनैलिटी चेंजेज
5- आपके शरीर के एक हिस्से या एक तरफ में कमजोरी या पैरालिसिस
6- संतुलन की समस्या या चक्कर आना
7- दृष्टि या सुनने संबंधी परेशानियां
8- चेहरे का सुन्न होना या झुनझुनी होना
9- मतली या उलटी
10- भ्रम और भटकाव
ब्रेन ट्यूमर से कैसे बचाव करें?

मेदांता के मुताबिक,लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करने से ओवरऑल ब्रेन हेल्थ को बढ़ावा मिल सकता है और मस्तिष्क ट्यूमर के विकास के जोखिम को कम किया जा सकता है।
हेल्दी डाइट को अपनाएं

नियमित हेल्दी डाइट का सेवन करने से कई बीमारियों से बचाव किया जा सकता है, उनमें ब्रेन ट्यूमर भी शामिल है। एक्सपर्ट का कहना है कि फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन से भरपूर संतुलित आहार का सेवन करें। इसके अलावा डाइट में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें और प्रोसेस्ड फूड, सैचुरेटेड फैट्स और एडेड शुगर को सीमित करें।
फिजिकली एक्टिव रहना है जरूरी

"कार्डियोवैस्कुलर" फिटनेस सहित ओवरऑल हेल्थ को बढ़ावा देने के लिए नियमित एक्सरसाइज करें। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक्सरसाइज के साथ-साथ हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट की मध्यम तीव्रता वाली एरोबिक एक्टिविटी का लक्ष्य रखें।
ब्रेन को सक्रिय रखें

इसके अलावा रीडिंग, पजल्स, नए स्किल्स को सीखने और सामाजिक मेलजोल जैसी मानसिक रूप से उत्तेजक गतिविधियों के जरिए अपने ब्रेन को सक्रिय रखें।
तंबाकू-शराब का सेवन करने से बचें

इसके अलावा तम्बाकू और अत्यधिक शराब के सेवन को सीमित करें। साथ ही इनवायरमेंटल टॉक्सिन्स और प्रदूषकों के संपर्क से सावधान रहें।
स्ट्रेस को मैनेज करें

स्ट्रेस को कई बीमारियों की जड़ माना जाता है, ऐसे में अपने स्ट्रेस को मैनेज करना सीखें। इसके लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट टेक्निक्स की प्रैक्टिस करें जैसे कि- मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग, योगा या अन्य रिलैक्सेशन मैथड।डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।