जैसलमेर: जिले के चांपला गांव में रिश्तों को शर्मसार करने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक महिला ने अपने देवर के साथ मिलकर पति की बेरहमी से हत्या कर दी। मृतक की पहचान हरदान राम के रूप में हुई है, जिसकी पत्नी यशोदा देवी और चचेरे भाई कालूराम के साथ अवैध संबंध थे। जब हरदान ने इसका विरोध किया तो दोनों ने मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस ने किया खुलासा, दोनों गिरफ्तार
मामले की सूचना पर सदर थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए यशोदा और कालूराम को हिरासत में लिया। पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात स्वीकार की। जांच पूरी होने के बाद पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
हरदान राम ने अपनी पहली पत्नी की मौत के बाद 23 साल छोटी यशोदा से विवाह किया था। शादी के बाद उनके तीन बच्चे हुए। इसी बीच यशोदा का अपने देवर कालूराम से प्रेम संबंध हो गया। जब हरदान ने इसका विरोध किया और दोनों को जान से मारने की धमकी दी, तो यशोदा और कालूराम ने मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाई और 1 जून को उसे अंजाम दिया।
इस जघन्य हत्या का खुलासा करने और आरोपियों को पकड़ने में सदर थाना प्रभारी बगडूराम, ASI गुमान सिंह, मुकेश बीरा, हेड कांस्टेबल जगदीश दान, जसवंत सिंह, शैतान सिंह, और महिला पुलिसकर्मी हेमलता, ललिता सहित कई पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका रही।
सालभर से साथ रह रहे थे यशोदा और कालूराम
जानकारी के अनुसार, यशोदा और कालूराम पिछले एक साल से जैसलमेर जिले के एक गांव में साथ रह रहे थे। यशोदा ने अपने पति और बच्चों को छोड़ दिया था और कालूराम के पास आ गई थी। हरदान राम, जो बाड़मेर जिले का रहने वाला था, 1 जून को अपनी पत्नी से बात करने जैसलमेर गया। उसी शाम उसकी लाश खेत में पड़ी मिली। सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर उसकी हत्या की गई थी।पुलिस ने किया खुलासा, दोनों गिरफ्तार
मामले की सूचना पर सदर थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए यशोदा और कालूराम को हिरासत में लिया। पूछताछ में दोनों ने हत्या की बात स्वीकार की। जांच पूरी होने के बाद पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
क्या था पूरा मामला
हरदान राम ने अपनी पहली पत्नी की मौत के बाद 23 साल छोटी यशोदा से विवाह किया था। शादी के बाद उनके तीन बच्चे हुए। इसी बीच यशोदा का अपने देवर कालूराम से प्रेम संबंध हो गया। जब हरदान ने इसका विरोध किया और दोनों को जान से मारने की धमकी दी, तो यशोदा और कालूराम ने मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाई और 1 जून को उसे अंजाम दिया।
पुलिस टीम की अहम भूमिका
इस जघन्य हत्या का खुलासा करने और आरोपियों को पकड़ने में सदर थाना प्रभारी बगडूराम, ASI गुमान सिंह, मुकेश बीरा, हेड कांस्टेबल जगदीश दान, जसवंत सिंह, शैतान सिंह, और महिला पुलिसकर्मी हेमलता, ललिता सहित कई पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका रही।