शिलांग/इंदौर: इंदौर के एक व्यापारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस हत्याकांड के चार आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। इंदौर क्राइम ब्रांच के ACP पूनम चंद यादव ने बताया कि आरोपियों ने न सिर्फ हत्या की बात मानी है, बल्कि यह भी बताया है कि राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी भी मौके पर मौजूद थी और उसने अपने पति को मरते हुए देखा।
एसीपी ने क्या बताया?
एसीपी पूनम चंद्रा यादव ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में बताया कि सभी चारों आरोपियों ने राजा रघुवंशी की हत्या करना स्वीकार किया है। पहला वार विशाल उर्फ विक्की ठाकुर ने किया था। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने राजा रघुवंशी पर कैसे हमला किया और बाद में उनके शव को एक गहरी खाई में फेंक दिया। क्राइम ब्रांच की जांच के अनुसार, विशाल, आकाश और आनंद नाम के तीन आरोपी इंदौर से ट्रेन से निकले थे। ACP यादव ने बताया कि वे गुवाहाटी और फिर शिलांग होते हुए मेघालय पहुंचने के लिए कई ट्रेनें बदले।
आरोपियों को राज ने दिए थे पैसे
राज कुशवाह पर आरोप है कि वह सोनम का प्रेमी है और इस साजिश में शामिल था। वह इंदौर में ही रहा, लेकिन उसने तीनों आरोपियों को यात्रा के लिए 40,000-50,000 रुपये की आर्थिक मदद की। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सोनम राजा की हत्या के समय मौके पर ही थी और उसने सब कुछ देखा। अभी यह साफ़ नहीं है कि सोनम हत्या के बाद मेघालय में ही रुकी या इंदौर लौट आई। ACP यादव ने कहा कि मेघालय पुलिस को अभी इसकी पुष्टि करनी है।
कब मिला था राजा रघुवंशी का शव?
राजा रघुवंशी और सोनम ने 10 मई को इंदौर में शादी की थी। शादी के कुछ दिन बाद ही वे हनीमून के लिए शिलांग आए थे। 21 मई को उन्होंने सोहरा घूमने के लिए एक स्कूटी किराए पर ली। अगले दिन वे लापता हो गए। 2 जून को राजा का सड़ा हुआ शव चेरापूंजी के पास एक खाई से मिला। उनके शरीर पर कई तेज हथियारों से वार किए गए थे। इनमें से दो वार सिर पर किए गए थे जो जानलेवा थे।
मामले में कब आया नया मोड़?
इस मामले में एक नया मोड़ तब आया जब सोनम ने 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में एक ढाबे पर सरेंडर कर दिया। हालांकि उसके पिता ने उसे निर्दोष बताया है और पुलिस पर कहानियां गढ़ने का आरोप लगाया है। लेकिन आरोपियों ने अब हत्या के दौरान सोनम की मौजूदगी की बात कबूल कर ली है। आरोप है कि सोनम यात्रा के दौरान राज कुशवाह के साथ लगातार फोन पर संपर्क में थी। इससे उनके अफेयर और राजा को मारने की साजिश का शक गहरा गया है।
राज के परिवार ने आरोपों से किया इनकार
इस बीच आरोपियों के परिवारों, खासकर राज कुशवाह के परिवार ने इन आरोपों को गलत बताया है। राज की मां ने रोते हुए कहा कि मेरा बेटा निर्दोष है। उसने लोगों की मदद की और सोनम के साथ उसकी कोई दोस्ती नहीं थी। उसकी बहन ने भी यही बात दोहराई और उसकी रिहाई की मांग करते हुए कहा कि वह यात्रा के दौरान काम पर था।
राजा रघुवंशी की हत्या सोची-समझी साजिशपुलिस सूत्रों की माने तो राजा रघुवंशी की हत्या एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी। आरोपियों ने पहले पूरी योजना बनाई और फिर उसे अंजाम दिया। उन्होंने राजा को मारने के बाद उसके शव को खाई में फेंक दिया ताकि किसी को पता न चले। लेकिन पुलिस की जांच में सब कुछ सामने आ गया। अब सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं और उनसे पूछताछ जारी है। पुलिस इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है ताकि सच सामने आ सके।
एसीपी ने क्या बताया?
एसीपी पूनम चंद्रा यादव ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में बताया कि सभी चारों आरोपियों ने राजा रघुवंशी की हत्या करना स्वीकार किया है। पहला वार विशाल उर्फ विक्की ठाकुर ने किया था। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने राजा रघुवंशी पर कैसे हमला किया और बाद में उनके शव को एक गहरी खाई में फेंक दिया। क्राइम ब्रांच की जांच के अनुसार, विशाल, आकाश और आनंद नाम के तीन आरोपी इंदौर से ट्रेन से निकले थे। ACP यादव ने बताया कि वे गुवाहाटी और फिर शिलांग होते हुए मेघालय पहुंचने के लिए कई ट्रेनें बदले।
आरोपियों को राज ने दिए थे पैसे
राज कुशवाह पर आरोप है कि वह सोनम का प्रेमी है और इस साजिश में शामिल था। वह इंदौर में ही रहा, लेकिन उसने तीनों आरोपियों को यात्रा के लिए 40,000-50,000 रुपये की आर्थिक मदद की। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सोनम राजा की हत्या के समय मौके पर ही थी और उसने सब कुछ देखा। अभी यह साफ़ नहीं है कि सोनम हत्या के बाद मेघालय में ही रुकी या इंदौर लौट आई। ACP यादव ने कहा कि मेघालय पुलिस को अभी इसकी पुष्टि करनी है।
कब मिला था राजा रघुवंशी का शव?
राजा रघुवंशी और सोनम ने 10 मई को इंदौर में शादी की थी। शादी के कुछ दिन बाद ही वे हनीमून के लिए शिलांग आए थे। 21 मई को उन्होंने सोहरा घूमने के लिए एक स्कूटी किराए पर ली। अगले दिन वे लापता हो गए। 2 जून को राजा का सड़ा हुआ शव चेरापूंजी के पास एक खाई से मिला। उनके शरीर पर कई तेज हथियारों से वार किए गए थे। इनमें से दो वार सिर पर किए गए थे जो जानलेवा थे।
मामले में कब आया नया मोड़?
इस मामले में एक नया मोड़ तब आया जब सोनम ने 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में एक ढाबे पर सरेंडर कर दिया। हालांकि उसके पिता ने उसे निर्दोष बताया है और पुलिस पर कहानियां गढ़ने का आरोप लगाया है। लेकिन आरोपियों ने अब हत्या के दौरान सोनम की मौजूदगी की बात कबूल कर ली है। आरोप है कि सोनम यात्रा के दौरान राज कुशवाह के साथ लगातार फोन पर संपर्क में थी। इससे उनके अफेयर और राजा को मारने की साजिश का शक गहरा गया है।
राज के परिवार ने आरोपों से किया इनकार
इस बीच आरोपियों के परिवारों, खासकर राज कुशवाह के परिवार ने इन आरोपों को गलत बताया है। राज की मां ने रोते हुए कहा कि मेरा बेटा निर्दोष है। उसने लोगों की मदद की और सोनम के साथ उसकी कोई दोस्ती नहीं थी। उसकी बहन ने भी यही बात दोहराई और उसकी रिहाई की मांग करते हुए कहा कि वह यात्रा के दौरान काम पर था।
राजा रघुवंशी की हत्या सोची-समझी साजिशपुलिस सूत्रों की माने तो राजा रघुवंशी की हत्या एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी। आरोपियों ने पहले पूरी योजना बनाई और फिर उसे अंजाम दिया। उन्होंने राजा को मारने के बाद उसके शव को खाई में फेंक दिया ताकि किसी को पता न चले। लेकिन पुलिस की जांच में सब कुछ सामने आ गया। अब सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं और उनसे पूछताछ जारी है। पुलिस इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है ताकि सच सामने आ सके।