मुरैना: मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में अवैध शराब को लेकर खूनी संघर्ष हुआ है। शराब माफियाओं ने आबकारी शराब ठेकेदार की दुकान में काम करने वाले कर्मचारियों पर फायरिंग कर दी है। इस फायरिंग में चाचा-भतीजे की मौत हो गई है। इस घटना के बाद से इलाके में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने मामला दर्ज जांच शुरु कर दी है।
दरअसल, पूरी घटना मुरैना जिले के सिहोनिया थाने के भाटापुरा नहर पुलिया इलाके की है। बताया जा रहा है कि सोमवार की सुबह शराब ठेकेदार के कर्मचारी महेंद्र भदौरिया और उसके भतीजे सौरभ भदौरिया को जानकारी मिली कि दिमनी क्षेत्र से गोपी पंचोली गांव की तरफ से अवैध शराब लेकर गाड़ी आ रही है। इस गाड़ी को चाचा-भतीजे ने रोकने की कोशिश की, इसी के चलते शराब माफिया ने फायरिंग कर दी। गोली लगने से सौरभ और महेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव है।
पुलिस ने क्या कहा?
एएसपी सुरेंद्र सिंह डावर ने मामले को लेकर बताया कि सोमवार की सुबह सोहनिया थाना क्षेत्र में दो लोगों को गोली मारे जाने की सूचना मिली थी। उनकी अस्पताल में मौत हो गई है। पुलिस ने कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। दोनों के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। वहीं आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने टीमों का गठन कर दिया है और उनकी तलाश की जा रही है। डावर ने आगे बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चल रहा है कि जिन दो लोगों की गोली लगने से मौत हुई है, वे शराब के व्यवसाय से जुड़े थे। संभवत उसी को लेकर यह घटना हुई होगी।
दरअसल, पूरी घटना मुरैना जिले के सिहोनिया थाने के भाटापुरा नहर पुलिया इलाके की है। बताया जा रहा है कि सोमवार की सुबह शराब ठेकेदार के कर्मचारी महेंद्र भदौरिया और उसके भतीजे सौरभ भदौरिया को जानकारी मिली कि दिमनी क्षेत्र से गोपी पंचोली गांव की तरफ से अवैध शराब लेकर गाड़ी आ रही है। इस गाड़ी को चाचा-भतीजे ने रोकने की कोशिश की, इसी के चलते शराब माफिया ने फायरिंग कर दी। गोली लगने से सौरभ और महेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव है।