अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मेटा कंपनी के अलर्ट से युवक की जान बचाई जा सकी है। युवक ने आत्महत्या से जुड़ा एक पोस्ट इंस्टाग्राम पर किया था। इस पोस्ट का मेटा कंपनी ने तत्काल संज्ञान लेकर डीजीपी मुख्यालय के सोशल मीडिया सेंटर को ई-मेल के जरिये अलर्ट भेजा था। मेटा कंपनी के इस अलर्ट को लेकर डीजीपी राजीव कृष्ण ने जिम्मेदार अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए थे। इस पर पुलिस फौरन न केवल युवक के परिजनों तक पहुंची, बल्कि युवक को सकुशल बरामद भी कर लिया है। पूछताछ में सामने आया कि मोबाइल और बाइक की मांग न पूरी होने पर युवक ने ये कदम उठाने का फैसला लिया था।
दरअसल लखनऊ के सरोजनीनगर निवासी युवक ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि मेरी मौत सुबह 5 बजे ट्रेन से होने वाला है। इस टेक्सट को लिखकर युवक पोस्ट कर दिया था। 8 और 9 जून की रात 3:03 बजे मेटा कंपनी ने पुलिस मुख्यालय के सोशल मीडिया सेंटर को ईमेल के जरिये अलर्ट भेजा था। इस अलर्ट की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी राजीव कृष्ण ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सोशल मीडिया सेंटर ने युवक की लोकेशन ट्रेस कर लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट को इस बारे में जानकारी दी थी। उधर इसका अलर्ट मिलते ही सरोजनीनगर थाने की पुलिस महज 5 मिनट में युवक के घर पहुंची थी, लेकिन वह घर पर नहीं मिला था।
लखनऊ पुलिस के काउंसलिंग करने के बाद युवक ने भविष्य में दोबारा ऐसा कदम न उठाने का भरोसा दिलाया है। बता दें, 1 जनवरी 2023 से 31 मई 2025 तक मेटा कंपनी के अलर्ट और यूपी पुलिस की तत्परता की वजह से अब तक कुल 986 लोगों की जान बचाई जा चुकी है।
दरअसल लखनऊ के सरोजनीनगर निवासी युवक ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि मेरी मौत सुबह 5 बजे ट्रेन से होने वाला है। इस टेक्सट को लिखकर युवक पोस्ट कर दिया था। 8 और 9 जून की रात 3:03 बजे मेटा कंपनी ने पुलिस मुख्यालय के सोशल मीडिया सेंटर को ईमेल के जरिये अलर्ट भेजा था। इस अलर्ट की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी राजीव कृष्ण ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सोशल मीडिया सेंटर ने युवक की लोकेशन ट्रेस कर लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट को इस बारे में जानकारी दी थी। उधर इसका अलर्ट मिलते ही सरोजनीनगर थाने की पुलिस महज 5 मिनट में युवक के घर पहुंची थी, लेकिन वह घर पर नहीं मिला था।
रेलवे ट्रैक पर जाते हुए मिला युवक
इसके बाद परिजनों की मदद से युवक को रेलवे ट्रैक की ओर जाते समय रोक लिया गया और उसे सकुशल घर लाने का काम किया गया है। पूछताछ में युवक ने बताया कि वह कक्षा 12 का छात्र है और ऑनलाइन पढ़ाई करता है, लेकिन 4G फोन में इंटरनेट ठीक से न चलने के कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। युवक ने परिजनों से 5G फोन और बड़े भाई से बाइक की मांग की थी, जो पूरी नहीं होने पर नाराज होकर उसने यह कदम उठाने का मन बना लिया था।लखनऊ पुलिस के काउंसलिंग करने के बाद युवक ने भविष्य में दोबारा ऐसा कदम न उठाने का भरोसा दिलाया है। बता दें, 1 जनवरी 2023 से 31 मई 2025 तक मेटा कंपनी के अलर्ट और यूपी पुलिस की तत्परता की वजह से अब तक कुल 986 लोगों की जान बचाई जा चुकी है।