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विनेश के साथ क्या हुआ, सरकार ने क्या लिया ऐक्शन... खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में बताया

Curated by: अनुज श्रीवास्तव|नवभारतटाइम्स.कॉम

पेरिस ओलंपिक में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित कर दिया गया। जिसको लेकर केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने आज लोकसभा में बयान दिया। उन्होंने कहा कि विनेश फोगाट को सरकार की तरफ से हर संभव मदद दी गई है। उसके बाद उन्होंने विनेश फोगाट को मिल रही मदद की सारी जानकारी सदन में बताई।

हाइलाइट्स

  • विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने पर संसद में बहस
  • खेल मंत्री ने मनसुख मांडविया ने संसद में दिया बयान
  • खेल मंत्री ने कहा कि विनेश फोगाट की हर संभव मदद की गई
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(फोटो- नवभारतटाइम्स.कॉम)
नई दिल्ली: ओलंपिक में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के 50 किलोग्राम भार वर्ग में प्रतियोगिता से अयोग्य ठहराए जाने के बाद केंद्र सरकार ने आज लोकसभा में बयान दिया। केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि आखिर विनेश के साथ क्या हुआ था। मांडविया ने बताया कि विनेश का वजन 50 किलो 100 ग्राम पाया गया। भारत ने इस मामले को लेकर अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ से कड़ा विरोध जताया है। खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय ओलंपिक संघ की प्रमुख पी टी उषा से बात करके इस मामले में उचित कार्रवाई के लिए कहा है।

'भारत सरकार ने विनेश फोगाट को हर संभव मदद की'

केंद्रीय खेल मंत्री ने लोकसभा में बताया कि विनेश मंगलवार 6 अगस्त को 3 मुकाबले जीतकर 50 Kg रेसलिंग ओलिंपिक में फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय महिला रेसलर बनी थीं। सेमीफाइनल में उन्होंने क्यूबा की पहलवान गुजमान लोपेजी को, क्वार्टरफाइनल में यूक्रेन की ओकसाना लिवाच और प्री-क्वार्टरफाइनल में वर्ल्ड चैंपियन जापान की युई सुसाकी को 3-2 से मात दी थी।

उन्हें बुधवार 7 अगस्त की रात करीब 10 बजे गोल्ड मेडल के लिए अमेरिकी रेसलर सारा एन हिल्डरब्रांट से मुकाबला करना था। जहां तक उनकी तैयारी हेतु सहायता का प्रश्न है, भारत सरकार ने विनेश फोगाट की उनकी आवश्यकता के अनुसार हर संभव सहायता प्रदान की है। उनके लिए पर्सनल स्टाफ भी नियुक्त किए गए हैं जो अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं। उनके साथ हंगरी के विख्यात कोच वोलेर अकोस और फिजियो अश्विनी पाटिल हमेशा रहते हैं। इनको ओलम्पिक के लिए इनके अतिरिक्त व्यक्तिगत सहायक स्टाफ जैसे विभिन्न स्पारिंग पार्टनर्स, स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग विशेषज्ञ, के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की गई, जिसका विवरण इस प्रकार है:

1. वोलर अकोस, कोच
2. वेन पैट्रिक लोम्बार्ड, स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग विशेषज्ञ
3. अश्विनी जीवन पाटिल, फिजियोथेरेपिस्ट
4. मयंक सिंह गरिया, स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग विशेषज्ञ
5. शुभम और अरविंद, स्पारिंग पार्टनर

खेल मंत्री ने आगे बताया कि पेरिस ओलंपिक के लिए कुल 70.45 लाख रुपये दिए गए। इनमें टॉप्स के तहत 53.35 लाख रुपये और ACTC के तहत 17.10 लाख रुपये दिए गए। इससे पहले टोक्यो ओलंपिक के लिए 1.66 करोड़ रुपये दिए गए थे। वहीं बुल्गारिया में 23 दिनों की ट्रेनिंग के लिए 5.44 लाख रुपये दिए गए, बुडापेस्ट में 16 दिनों की ट्रेनिंग 10.54 लाख रुपये दिए गए।

वजन के कारण टूट गया सपना

गौरतलब है कि विनेश को 50 किलो से ज्यादा भार के कारण इस प्रतियोगिता के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था। इस बार विनेश का मेडल पक्का हो चुका था बस उसका रंग बदलना बाकी थी। लेकिन वजन के कारण विनेश समेत पूरे 140 करोड़ देशवासियों का सपना टूट गया। इस घटना के बाद विनेश के चाचा महावीर फोगाट ने कहा कि अब इसमें कुछ नहीं हो सकता है और कोई मेडल नहीं आने वाला है। विनेश के प्रतियोगिता से बाहर होने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर उन्हें असली चैंपियन बताया था। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर उन्हें चैंपियन बताया है। इस बीच, भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि इस मामले में विनेश की कोई गलती नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके लिए कोच और न्यूट्रिनिस्ट जिम्मेदार हैं।
अनुज श्रीवास्तव
लेखक के बारे में
अनुज श्रीवास्तव
मैंने अपने करियर की शुरुआत पंजाब केसरी ग्रुप के साथ की और उसके बाद वन इंडिया हिंदी में भी काम किया। इस वक्त मैं नवभारतटाइम्स.कॉम डिजिटल कंटेंट प्रॉड्यूसर के रूप में काम कर रहा हूं। डिजिटल मीडिया में काम करते हुए मझे 4 साल का अनुभव है और सोशल मीडिया और एंटरटेनमेंट की खबरों से तालमेल करते हुए Headlines के साथ खेलने में काफी मजा आता है।... और पढ़ें
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